शिक्षा जीवन मैं महत्वपूर्ण है। शिक्षा की शुरुवात विद्यालय से होती है। धीरे धीरे शिक्षा का स्तर बढ़ता जाता हैं और इसी वजह से विद्यार्थी के लिए शिक्षा एक बोज की तरह बन जाती है।
जब शिक्षा का स्तर बहुत बढ़ता हैं, तब विद्यार्थी परीक्षा मैं अच्छे अंक लाने के लिए व कक्षा को बिना मेहनत के पास होने के लिए पाठ को रटते हैं, जो की बहुत ही गलत हैं शिक्षा ज्ञान का पेड़ हैं अगर हम किसी पेड़ मैं फल उगाने के लिए रासायनिक का इस्तेमाल करते हैं तो उस पेड़ की उम्र कम हो जाती हैं व उस पेड़ के फल भी खट्टे होते हैं इसी प्रकार रटंन विद्या रासायनिक के इस्तेमाल की तरह है।
रटंन विद्या हमें कई गुना अच्छे अंक तो दिला देती हैं परन्तु हमें आगे चल कर नुकसान होता हैं, जैसे की हमारा पुराने पाठ भूल जाना, रटंन विद्या से परीक्षा के दिन बोज अधिक बढ़जाता हैं, व रटने से यह होता है की क्रम में हम चीजों को रटते जाते हैं पर ऐसे लोग परीक्षा में मुश्किल मैं आ जाते हैं जब उन्हें क्रम में से कुछ याद न हो।
इसलिए हमे पढने से भागने की बजाय उसे सीखने का जरिया समझना होगा, तो ज्यादा बेहतर होगा, व जिंदगी भर काम आएग। समझकर पढने वालों का मजाक करना आजकल के बच्चों का फैशन बन गया है | समझकर पढ़ना उन्हें शर्मिंदा करता है। ऐसी मानसिकता ने आज की शिक्षा को बर्बाद करदीया है। गर्व तो होना चाहिए की हम तोते नहीं इंसान ही है।